चीन में कोरोना के संकट से बचने के लिए भारतीय एजेंसियों ने चीन में हर भारतीय से संपर्क किया
मेरठ। चीन में कोरोना आपदा से निपटने के लिए चीनी सरकार की कवायद के बीच भारतीय एजेंसियों ने भी वहां रह रहे भारतीयों से संपर्क करने की कोशिश की। हरसंभव मदद भी पहुंचाई। भारतीय दूतावास ने त्वरित कार्यवाही करते हुए नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की। व्यक्तिगत तौर पर लोगों को संदेश भेजकर उनसे अन्य भारतीयों के बारे में पूछा और संपर्क किया।
चीन के दालियान शहर में मल्टीनेशनल आइटी कंपनी में कार्यरत मेरठ की मधुलिका चौहान ने बताया कि भारतीय एजेंसियों ने हॉटलाइन नंबर शुरू कर हर भारतीय नागरिकों से बात की। विशेष तौर पर वुहान व उसके आस-पास रह रहे लोगों तक मदद पहुंचाने में प्राथमिकता दी गई।
हमने भी आगे बढ़ाया मैसेज
रुड़की रोड निवासी मधुलिका 30 जनवरी को ही चीन से भारत लौटीं। उन्होंने बताया कि चीन में रह रहे हर नागरिक की जानकारी एकत्र करने और उनसे संपर्क के लिए भारतीय दूतावास ने अपनी वेबसाइट पर नागरिकों से रजिस्ट्रेशन भी कराने को कहा। इसके अलावा शंघई, गुवांगझो और हांगकांग के कार्यालयों ने भी नागरिकों को रजिस्टर किया। 24 घंटे के लिए दो हॉटलाइन नंबर जारी किए। ई-मेल आइडी, फेसबुक पेज, ट्विटर पेज और भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की वेबसाइट भी जारी की गई। नागरिकों ने भी अपने संपर्क के लोगों तक संदेश पहुंचाने में दूतावास की मदद की।
बचाव के प्रति जागरूक दिखे चीनी नागरिक
मधुलिका बताती हैं, चीनी सरकार के बचाव के प्रयासों का लोगों ने भी उनका अनुसरण किया। 24 जनवरी से दो फरवरी तक चीन में नए साल के कार्यक्रम होने थे जिन्हें रद कर दिया गया। वुहान व अन्य शहरों में लोगों ने भीड़ वाली जगहों पर जाना बंद कर दिया है। स्कूल-कालेज, बाजार, कार्यालय सब बंद हैं। जनजागरूकता के सरकारी प्रयासों में वहां के नागरिक भी भागीदारी कर रहे हैं।
कार्यालयों में हुई नियमित जांच
कोरोना आउटब्रेक के दौरान जिन शहरों में इसका असर नहीं था, वहां भी स्थानीय प्रशासन ने रोजाना लोगों की जांच की। दालियान में भी पहले 10 फरवरी तक सारे कार्यालय बंद थे, जो अब खुलने लगे हैं लेकिन कार्यालय जाने वालों की संख्या अभी बहुत कम है। निजी कंपनियों ने लोगों को घर से ही काम करने की सुविधा मुहैया कराई है। वुहान या उसके आस-पास से आने वालों को 14 दिन अलग रखने के बाद ही घर भेजा जा रहा है। जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, उन्हें आइसोलेट किया। जिन लोगों से वे पिछले 10 दिन में मिले, उन्हें भी अपने घर में रहने को कहा गया।
स्कूली बच्चों की हुई ऑनलाइन पढ़ाई
स्कूली बच्चों का नुकसान न हो इसलिए स्कूलों ने बच्चों को ऑनलाइन कोर्स मैटीरियल व क्लासेस दीं। विशेष जरूरत वाले बच्चों के लिए एक्सरसाइज का वीडियो बनाकर भेजा गया और वापस बच्चों के करते हुए की वीडियो भी मांगी गई। अभी स्कूलों के खुलने की कोई तिथि निर्धारित नहीं की गई है।